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Sunday, June 21, 2009

ऑनलाइन प्यार में अव्वल हैं भारतीय यूजर्स






भले ही भारत तकनीक में अमेरिका या जापान को टक्कर न दे पाए, लेकिन बाजब 'ऑनलाइन फ्रेंडशिप' की हो तो इस मामले में भारतीयों का कोई सानी नहीं है। दुनिया भर में इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों पर हुए ताजा सर्वे के मुताबिक इंटरनेट पर दोस्ती करने वालों में भारतीय और चीनी नागरिक सबसे आगे हैं। भारतीय यूजर्स न सिर्फ इंटरनेट पर दोस्ती करने बल्कि अपनी दोस्ती को प्यार में बदलने में भी दुनिया के सभी देशों को पीछे छोड़ चुके हैं।

इंटरनेट सिक्युरिटी फर्म साइमनटेक ने अपनी रिपोर्ट ' नॉर्टन ऑनलाइन लिविंग' में 12 देशों के 9,000 वयस्क और बच्चों पर सर्वे किया है। इन 12 देशों में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन, जापान, ब्राजील और भारत भी शामिल हैं। सर्वे के मुताबिक 92 फीसदी लोग अपने दोस्तों और परिवारों वालों के साथ बातचीत के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। सर्वे में शामिल 50 फीसदी लोगों का कहना है कि वे सोशल नेटवर्किंग साइट का इस्तेमाल करते हैं।

इस रिपोर्ट के मुताबिक 10 में से हर 7 वयस्क का यही मानना है कि इंटरनेट की वजह से उनके रिश्ते बेहतर हुए हैं। ऐसा मानने वाले सबसे ज्यादा वयस्क भारतीय हैं, जिनका कहना है कि इंटरनेट ने उनके रिश्ते को मजबूती दी है। साइमनटेक के रिजनल प्रॉडक्ट मार्केटिंग मैनेजर डेविड हॉल का कहना है, 'इंटरनेट बेहद अनोखा माध्यम है। ज्यादा से ज्यादा से लोगों का भरोसा इंटरनेट पर है और उनका मानना है कि इंटरनेट के जरिये दोस्तों और परिवार वालों के साथ उनके रिश्ते सुधरते हैं और उनमें प्रगाढ़ता आती है।'

वैश्विक स्तर पर लगभग 60 फीसदी इंटरनेट यूजर्स ने माना कि उन्होंने इंटरनेट के जरिये दोस्त बनाए हैं। चीन के 86 फीसदी, भारत के 83 फीसदी और ब्राजील के 82 फीसदी युवाओं ने यह भी माना किया उन्हें काल्पनिक दुनिया में दोस्त बनाना पसंद है। वहीं फ्रांस के 32 फीसदी और जापान के 38 फीसदी लोगों ने ऐसा करने में अपनी दिलचस्पी कम दिखाई है।

भारत के 37 फीसदी और ब्राजील के 25 फीसदी युवाओं ने माना किया अपने पुराने प्रेम संबंधों को मजबूती देने के लिए वह इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। वैश्विक स्तर पर 14 फीसदी वयस्कों का कहना है कि वे पुराने प्रेम संबंधों को दोबारा शुरू करने के लिए इंटरनेट की मदद लेते हैं। अधिकतर यूजर्स संवेदनशील विषय पर बहस के लिए भी इंटरनेट को बेहतर विकल्प मानते हैं। सर्वे में शामिल 25 फीसदी लोगों का कहना है किसी विषय पर ऑनलाइन बात करना आमने-सामने या फोन पर बात करने की तुलना में ज्यादा आसान है। विभिन्न विषयों पर बातचीत के लिए इंटरनेट को जरिया बनाने वाले लोगों का आंकड़ा चीन और भारत में सबसे ज्यादा यानी 50 फीसदी है।

इस रिपोर्ट की मानें तो 'ऑनलाइन फ्रेंडशिप' में आगे रहने वाले भारतीय यूजर्स अपनी निजी सूचनाओं की सुरक्षा पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं। इसके मुताबिक भारत के 67 फीसदी, इटली के 68 फीसदी और जापान के 72 फीसदी अपने कंप्यूटर में सिक्युरिटी सॉफ्टवेयर लगाने में सबसे कम दिलचस्पी लेते हैं।

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