अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी बेहतरीन बल्लेबाज़ी के कारण धूम मचाने वाले सुनील मनोहर गावसकर शुक्रवार को साठ साल के हो गए.
गावसकर ने न सिर्फ़ भारतीय बल्लेबाज़ी को नया आयाम दिया बल्कि ये भी दिखाया कि तकनीक और कौशल के दम पर दुनिया के किसी भी गेंदबाज़ी आक्रमण की बखिया उधेड़ी जा सकती है.
अपने क्रिकेट करियर के 16 वर्षों में गावसकर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को बहुत कुछ दिया. अब भी किसी न किसी रूप में वे क्रिकेट की सेवा कर रहे हैं.
अपनी वैचारिक प्रतिबद्धता और जीवन-कर्म के बीच की दूरी को निरंतर कम करने की कोशिश का संघर्ष....
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