🔥 फिल्म समीक्षा: देवा (2025) – शाहिद कपूर की स्टाइलिश परफॉर्मेंस, लेकिन अधूरी कहानी
कहानी
की झलक:
"देवा"
एक एक्शन-थ्रिलर फिल्म है, जिसमें शाहिद
कपूर ने इंस्पेक्टर देव
अंब्रे की भूमिका निभाई
है — एक ऐसा पुलिस
अफसर जो नियमों की
परवाह नहीं करता, लेकिन
अपने फर्ज़ के लिए जान
भी दे सकता है।
कहानी तब मोड़ लेती
है जब एक हाई-प्रोफाइल मर्डर केस की जांच
करते हुए देव एक
दुर्घटना का शिकार होता
है और अपनी याददाश्त
खो बैठता है। अब उसे
न सिर्फ केस सुलझाना है,
बल्कि अपने अतीत को
भी फिर से खंगालना
है
अभिनय:
शाहिद
कपूर ने एक बार
फिर साबित किया कि वे
एक वर्सेटाइल अभिनेता हैं। उनका स्वैग,
एक्शन और इमोशनल सीन्स
में पकड़ काबिल-ए-तारीफ है। हालांकि पूजा
हेगड़े को स्क्रीन टाइम
कम मिला, लेकिन उन्होंने अपनी भूमिका को
ईमानदारी से निभाया।
निर्देशन
और तकनीकी पक्ष:
फिल्म
का निर्देशन किया है मलयालम
निर्देशक रोशन एंड्रयूज ने,
जो इस फिल्म से
बॉलीवुड में डेब्यू कर
रहे हैं। उन्होंने कुछ
दृश्यों को बखूबी संभाला
है, लेकिन कमजोर पटकथा ने फिल्म को
पूरी तरह से उभरने
नहीं दिया। सिनेमैटोग्राफी (अमित रॉय) और
बैकग्राउंड स्कोर (जेक्स बिजॉय) फिल्म के मजबूत पक्ष
हैं
संगीत:
फिल्म
का म्यूजिक औसत है, कोई
गाना विशेष रूप से याद
नहीं रह जाता। बैकग्राउंड
स्कोर थ्रिल को बढ़ाता है,
लेकिन गानों में वो पकड़
नहीं है।
क्या
खास है?
- शाहिद कपूर की दमदार परफॉर्मेंस
- एक्शन सीन्स और स्टाइलिश प्रेजेंटेशन
- भूलने की बीमारी वाला ट्विस्ट
कमज़ोर
पक्ष:
- कमजोर स्क्रीनप्ले और अधूरी कहानी
- सेकेंड हाफ में गिरती रफ्तार
- रोमांस और साइड कैरेक्टर्स का अधूरा विकास
- क्लाइमैक्स में प्रभाव की कमी
अंतिम
विचार:
रेटिंग:
⭐⭐⭐☆☆ (3/5)
"देवा"
एक स्टाइलिश एक्शन थ्रिलर है जो शाहिद
कपूर के फैंस को
जरूर पसंद आएगी। लेकिन
अगर आप एक ठोस
कहानी और गहराई से
भरे किरदारों की उम्मीद कर
रहे हैं, तो यह
फिल्म थोड़ी निराश कर सकती है।
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