Friday, May 20, 2011

राजनीति


राजनीति शतरंज के खेल से कहीं बहुत आगे होता है.
 शतरंज के खेल में सभी प्यादों की ताकत निश्चित होती है
 जबकि राजनीति में कब कौन ताकतवर हो जायेकोई नहीं जानता.
 और सबसे बड़ी बात - शतरंज में खिलाडी कौन है और प्यादा कौन -
 यह सबको पता होता है. लेकिन राजनीति कब कौन प्यादा खिलाडी बन जाए यह भी पता नहीं चलता. 

विवेक अंजन श्रीवास्तव 

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