अपनी वैचारिक प्रतिबद्धता और जीवन-कर्म के बीच की दूरी को निरंतर कम करने की कोशिश का संघर्ष....
अर्थ में भर अर्थ की अभिव्यंजना का अर्थ। शक की सीमा के आगे भी निशाना रख।।
हर कदम पर एक मुश्किल ज़िंदगी का नाम। फिर से मिलने का मगर कोई बहाना रख।।
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