परिचय
भारत में नवरात्र पर्व आस्था, शक्ति और भक्ति का सबसे बड़ा उत्सव है। मध्यप्रदेश के मैहर जिले
का इस दौरान भक्तों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र बन जाता है। यहाँ स्थित माँ
शारदा धाम में हर साल शारदेय नवरात्र मेला आयोजित होता है, जो धार्मिक आस्था के साथ-साथ लोक संस्कृति और सामाजिक उत्सव का अद्भुत
संगम है।
माँ शारदा धाम, मैहर
- स्थान – त्रिकूट पर्वत, मैहर, मध्यप्रदेश
- पहुँचने का मार्ग – 1063 सीढ़ियाँ या आधुनिक रोपवे
सुविधा
- मान्यता – यहाँ माँ शारदा विराजमान होकर
भक्तों की सभी मनोकामनाएँ पूर्ण करती हैं।
नवरात्र की धूम: भक्ति और
उत्सव का माहौल
शारदेय
नवरात्र के दौरान मैहर का पूरा वातावरण 'जय माता दी' के
जयकारों से गूँज उठता है। मंदिर परिसर में सुबह की आरती और शाम की महाआरती के समय
भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ता है। इस दौरान यहाँ कई सांस्कृतिक कार्यक्रम और धार्मिक
अनुष्ठान भी आयोजित किए जाते हैं। चारों ओर भक्ति गीत, भजन
और कीर्तन की ध्वनि सुनाई देती है, जिससे हर किसी का मन माँ
की भक्ति में डूब जाता है।
मैहर मेले का सांस्कृतिक महत्व
मैहर का
मेला सिर्फ धार्मिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी बहुत महत्वपूर्ण है। यहाँ विभिन्न राज्यों से
आए भक्त अपनी संस्कृति और परंपराओं का प्रदर्शन करते हैं। कहीं लोकनृत्य होता है,
तो कहीं पारंपरिक गीत गाए जाते हैं। यह मेला भारत की विविधता में
एकता का एक शानदार उदाहरण प्रस्तुत करता है।
नवरात्र में विशेष आयोजन
शारदेय नवरात्र के दौरान मैहर में भक्तों की भीड़
लाखों में पहुँचती है। मंदिर और पूरा शहर देवी भक्ति में डूबा रहता है।
- अखण्ड ज्योति और दुर्गा सप्तशती पाठ
- कुमारी पूजन एवं देवी अर्चना
- ढोल-नगाड़ों, शंखध्वनि और देवी भजनों से गूंजता
वातावरण
- भक्ति भाव से रोते-गाते, गाते-नाचते श्रद्धालु
मेले का आकर्षण
मैहर का नवरात्र मेला केवल धार्मिक अनुष्ठानों
तक सीमित नहीं है, बल्कि यह संस्कृति, परंपरा और मेल-मिलाप का प्रतीक है।
- सांस्कृतिक कार्यक्रम – लोकनृत्य, भजन-कीर्तन,
कलाकारों के प्रदर्शन
- बाज़ार – पूजन सामग्री, खिलौने, मिठाइयाँ और स्थानीय हस्तशिल्प
- मनोरंजन – झूले, खेल
और बच्चों के लिए विशेष आकर्षण
चाक चौबंद व्यवस्था के बीच मैहर
का शारदेय नवरात्र मेला प्रारंभ।आज दिनांक 22.09.2025 दिन सोमवार नवरात्रि के प्रथम दिवस की
दर्शनार्थियों की संख्या प्रातः 9 बजे तक 58,427 आकलित
की गई है।
श्रद्धालुओं के लिए यात्रा
सुझाव
- भीड़ को देखते हुए सुबह जल्दी मंदिर पहुँचें।
- जिनके लिए सीढ़ियाँ कठिन हैं, वे रोपवे का उपयोग करें।
- नवरात्र के दौरान होटल और धर्मशालाएँ पहले से बुक
कर लें।
- श्रद्धा के साथ-साथ स्थानीय लोक संस्कृति का
आनंद लेना न भूलें।
धार्मिक पर्यटन का केंद्र
आज मैहर का शारदेय नवरात्र मेला धार्मिक पर्यटन की
दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। हर साल यहाँ लाखों श्रद्धालु आते हैं, जिससे यह स्थल न केवल आस्था का बल्कि पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था
का भी केंद्र बन चुका है।
मैहर का शारदेय नवरात्र मेला केवल पूजा और भक्ति का
उत्सव नहीं, बल्कि यह हमारी संस्कृति, परंपराओं और सामाजिक एकता का प्रतीक है। माँ शारदा के जयघोष से गूंजता यह
मेला भक्तों के हृदय में भक्ति, शक्ति और आनंद का संचार करता
है।
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