बसंत ऋतु का आगमन होते ही प्रकृति में एक नई ऊर्जा का संचार होता है। चारों ओर हरियाली छा जाती है, फूल खिलने लगते हैं और पेड़-पौधे नई कोंपलें निकालने लगते हैं। यह समय होता है जब ठंडक धीरे-धीरे कम होने लगती है और मौसम सुहावना हो जाता है। बसंत का यह मौसम न केवल प्रकृति को सुंदर बनाता है, बल्कि हमारे मन-मस्तिष्क को भी ताजगी और स्फूर्ति से भर देता है।
बसंत के बाद गर्मी का मौसम आता है। गर्मी का मौसम अपने साथ तेज धूप और ऊँचे तापमान लेकर आता है। इस मौसम में दिन लंबे और रातें छोटी हो जाती हैं। गर्मी के मौसम में हमें अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना पड़ता है। पर्याप्त पानी पीना, हल्के और सूती कपड़े पहनना और धूप से बचाव करना आवश्यक होता है।
गर्मी के मौसम में फलों का भी विशेष महत्व होता है। आम, तरबूज, खरबूजा, लीची आदि फलों का आनंद इस मौसम में लिया जा सकता है। ये फल न केवल स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि हमारे शरीर को ठंडक और ऊर्जा भी प्रदान करते हैं।
बसंत और गर्मी, दोनों ही ऋतुएं अपने-अपने ढंग से महत्वपूर्ण हैं। बसंत हमें नई ऊर्जा और ताजगी देता है, जबकि गर्मी हमें धैर्य और सहनशीलता सिखाती है। इन दोनों ऋतुओं का आनंद लेने के लिए हमें प्रकृति के साथ सामंजस्य बिठाना आना चाहिए
No comments:
Post a Comment