Saturday, August 23, 2025

खैरागढ़ विश्वविद्यालय: छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक आत्मा

 इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़: भारतीय कला और संस्कृति का गौरव

🎓 परिचय

छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के शांत और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध नगर खैरागढ़ में स्थित इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय (IKSVV), एशिया का पहला और एकमात्र विश्वविद्यालय है जो संगीत, नृत्य, ललित कला और लोक कलाओं को समर्पित है  इसकी स्थापना 1956 में खैरागढ़ रियासत के महाराजा बीरेंद्र बहादुर सिंह और महारानी पद्मावती देवी द्वारा की गई थी, जिन्होंने अपनी दिवंगत पुत्री इंदिरा देवी की स्मृति में अपना महल विश्वविद्यालय के लिए दान कर दिया था 

🏛️ इतिहास और विरासत

IKSVV की स्थापना का उद्देश्य भारतीय शास्त्रीय कलाओं को संरक्षित करना, उन्हें शिक्षित करना और वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करना था। यह विश्वविद्यालय पहले मध्यप्रदेश सरकार के अधीन था, लेकिन छत्तीसगढ़ राज्य के गठन (2001) के बाद यह छत्तीसगढ़ सरकार के अधीन गया 

📚 शैक्षणिक ढांचा और पाठ्यक्रम

विश्वविद्यालय में कुल 21 विभाग हैं, जो पाँच प्रमुख क्षेत्रों में विभाजित हैं:

  • संगीत (हिंदुस्तानी और कर्नाटक शैली)
  • नृत्य (कथक, भरतनाट्यम आदि)
  • ललित कला (चित्रकला, मूर्तिकला)
  • लोक संगीत और जनजातीय कला
  • प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति और पुरातत्व

प्रमुख पाठ्यक्रमों में शामिल हैं:

  • BPA (Bachelor of Performing Arts)
  • BFA (Bachelor of Fine Arts)
  • BVoc (Bachelor of Vocational Studies)
  • डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स
  • परास्नातक और शोध कार्यक्रम 

🏆 विशेषताएँ और उपलब्धियाँ

  • विश्वविद्यालय के पास 40,000 से अधिक पुस्तकों का संग्रह है, साथ ही भारतीय चित्रकला, संगीत और नृत्य से संबंधित ऑडियो-वीडियो संग्रहसंगीत वाद्ययंत्रों की गैलरी, और पुरातात्विक संग्रहालय भी है 
  • विदेशी छात्रों के लिए अंग्रेज़ी माध्यम में शिक्षा और आवास की सुविधा उपलब्ध है।
  • विश्वविद्यालय राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सांस्कृतिक आदान-प्रदान, कार्यशालाओं और महोत्सवों का आयोजन करता है 
  • जनजातीय और लोक कलाओं के संरक्षण और प्रचार-प्रसार में भी यह संस्थान अग्रणी भूमिका निभा रहा है।

🌍 खैरागढ़: एक सांस्कृतिक गंतव्य

खैरागढ़ केवल एक शैक्षणिक केंद्र है, बल्कि एक सांस्कृतिक पर्यटन स्थल भी है। यहाँ आने वाले पर्यटक विश्वविद्यालय के प्रदर्शनी कक्षसंगीत सभागार, और नृत्य प्रस्तुतियों का आनंद ले सकते हैं। पास के दर्शनीय स्थलों में प्रधनपथ बैराज और बैतल रानी घाटी शामिल हैं 

 निष्कर्ष

इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़  केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे भारत की सांस्कृतिक आत्मा का प्रतिनिधित्व करता है। यह संस्थान भारतीय कला, संगीत और संस्कृति के संरक्षण, संवर्धन और प्रचार में एक प्रेरणास्रोत है। यदि आप कला, संगीत या संस्कृति में रुचि रखते हैं, तो यह विश्वविद्यालय आपके लिए एक आदर्श स्थल हो सकता है।

 

No comments:

Post a Comment


आपकी प्रतिक्रिया और सुझाव