यह तो बतलाओ "कौन यहाँ है जिसे प्राणों से प्यार नहीं है?"
मगर जगत में जुड़ा शुरू से,मित्र कहाँ संघार नहीं है?
मृत्यु क्या है वस्त्र बदलना,
दो पल का विश्राम साथिओं जीवन एक अखंड पर्व है,
साधारण त्यौहार नहीं है जीना सबसे बड़ी कला है.
लेकिन यह भी अटल सत्य है मरने से डरने वाले को,जीने का अधिकार नहीं है..
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