Pages

Wednesday, January 6, 2010

क्या वाकई शोले से बेहतर है थ्री इडियट्स!

 

 

नई दिल्ली। 'शोले' के गब्बर के सामने अच्छे-अच्छों की बोलती बंद हो जाती थी, लेकिन 'थ्री इडियट्स' दे रहे हैं 'शोले' के गब्बर सिंह को टक्कर। रैंचो, फरहान कुरैशी और राजू रस्तोगी का जादू दर्शकों के सिर चढ़कर बोल रहा है। कहा जा रहा है कि 34 साल बाद बॉलीवुड को ये नायाब तोहफा मिला है। तो क्या सफलता के मामले में 'थ्री इडियट्स' ही है बॉलीवुड की नई 'शोले'!

राजकुमार हिरानी के इस शाहकार ने 'शोले' की कमाई का तीन दशक पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। रिलीज़ के दूसरे हफ्ते में भी सिनेमाघरों में भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही है।

भारतीय फिल्म इतिहास में 'शोले' मील का पत्थर मानी जाती है। कई फिल्में आईं और कई गईं, लेकिन कोई 'शोले' के पैमाने तक नहीं पहुंच पाई। 34 साल बाद भी जय-वीरू और बसंती के डायलॉग लोगों के सिर चढ़कर बोलते हैं।

लेकिन टिकट खिड़की पर दर्शकों का प्यार देखते हुए ट्रेड एनालिस्ट 'थ्री इडियट्स' को बॉलीवुड की नई 'शोले' बता रहे हैं। जानकारों की राय में 1975 में बनी 'शोले' तक पहुंचने में फिल्म इंडस्ट्री को 34 साल लग गए।

सिर्फ 10 दिनों में 'थ्री इडियट्स' ने 240 करोड़ रुपए की कमाई की है। ट्रेड पंडितों के मुताबिक ये फिल्म 300 करोड़ से ज्यादा का बिजनेस करेगी। इस फिल्म ने आमिर की ही फिल्म 'गजनी' की कमाई का भी रिक़ॉर्ड तोड़ दिया, 'गजनी' को हिंदी सिनेमा की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म मानी जाती थी।

 

इसके अलावा 'थ्री इडियट्स' ओवरसीज मार्केट में भी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म हो गई है। दिलचस्प बात तो ये है कि आमिर की ये फिल्म मल्टीप्लेक्स के साथ-साथ सिंगल स्क्रीन थिएटर्स में भी कमाल कर रही है।

 

 

 

 

No comments:

Post a Comment